आज रक्षा बंधन है सभी भाई बहिनों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभ कामनायें ...!!
द्वापरयुग की देन है राखी का पर्व , जब बहिनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधने की परंपरा डाली ! धर्मराज युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में चेदिराज शिशुपाल ने जब भगवान् श्रीकृष्ण को अपमानित करते हुए मर्यादा की सीमाओं को पार किया और भगवान की सहन शक्ति की सीमा भी चुक गयी तो उन्होंने पास खड़ी द्रौपदी के हाथ से थाली लेकर उसमे सुदर्शन का आह्वान कर उसे शिशुपाल की गर्दन पर फेका तो शिशुपाल की गर्दन धड से अलग हो गयी लेकिन इस थाली के फेकने के क्रम में श्रीकृष्ण की कलाई में थाली की किनारी रगड़ जाने से जख्म हो गया द्रौपदी ने देखा तो तुरंत अपनी साड़ी को फाड़कर कन्हैया जी के हाथ में पट्टी बाँध दी .....धर्म बहिन द्रौपदी के इस आचरण ने कन्हैया जी को रोमांचित कर दिया उन्होंने द्रौपदी को हर संकट में रक्षा करने का वचन दिया .......कालांतर में हस्तिनापुर की राजसभा में दुशासन ने जब द्रौपदी के बस्त्र हरण का प्रयास किया तो भगवान् श्री कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा की तभी से बहिने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं .....!!
Saturday, August 9, 2014
"रक्षाबंधन :- राखी का त्यौहार "
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Great One DADA....
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