समग्र
हम कलम पथी निज धार छोड़ , है खड्ग पंथ पर कलम धार ! मित्र मंडली मेरी सारी , हो गयी है अब तो खंगार ! खड्ग मार्ग पर कलम पथी हम , लेकर यह संकल्प चले ! बने जुझौती राज्य हमारा , राजधानी हो गढ़ कुंडार !! ............'अशोक सूर्यवेदी"
Jai Jujhauti Jai Garh Kundaar .........
⚔️ हम हमारा लक्ष एक दिन पाकर रहेंगे⚔️
Jai Jujhauti Jai Garh Kundaar .........
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